
क्या है MDM का नया मीनू झारखंड के सरकारी स्कूलों में लाखों की संख्या में बच्चे पढ़ते हैं आपको बता दें कि इन सरकारी विद्यालयों में वर्ग 1 से वर्ग 8 तक के स्कूली बच्चों को सरकार दोपहर का पका हुआ पौष्टिक भोजन स्कूल के समिति सरस्वती वाहिनी और विद्यालय प्रबंधन समिति के माध्यम से बच्चों के बीच परोसने का काम करवाती है इसके पीछे सरकार का अपना पक्ष रहा है कि मध्यान भोजन खिलाने से बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में बढ़ती है और जहां बच्चों की उपस्थिति नियमित विद्यालय में होती है तो इस क्रम में बच्चें अपने पढ़ाई के प्रति लगनशील और क्रियाशील होते हैं लगातार बच्चों में पढ़ने और सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने का काम करता है मध्यान्ह भोजन योजना वही सरकार दूसरी और बताती है कि झारखंड जैसे पिछड़े राज्यों में इन वर्गों में पढ़ने वाले बच्चे अधिकतर कुपोषण जैसे जानलेवा बीमारी का शिकार होते हैं इसलिए मध्यान भोजन बच्चों के उपस्थिति बढ़ाने के साथ-साथ इन घातक बीमारियों से बचने का एक माध्यम भी साबित हो रहा है आपको यहां पर बताते चलें कि सरकार के गाइडलाइन के अनुसार विद्यालय में हर अलग-अलग दिन अलग-अलग भोजन बच्चों को खिलाने की व्यवस्था है इस क्रम में विभाग के द्वारा स्कूल के कमेटी को बच्चों के संख्या के आधार पर प्रत्येक माह खाद्यान्न के रूप में चावल और कुकिंग कॉस्ट के लिए राशि उपलब्ध कराई जाती है वही इन स्कूली बच्चों के लिए सप्ताह के 2 दिन सोमवार और शुक्रवार को अंडा अथवा मौसमी फल भी अल्पाहार के रूप में परोसा जाता है।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड राज्य मध्यान भोजन प्राधिकरण के सचिव के रवि कुमार प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के अंतर्गत साप्ताहिक मीनू में आंशिक रूप से संशोधन करते हुए आदेश जारी किया है क्या है यह आदेश आपको आगे हम इस प्रकार बताते हैं
सोमवार
इस दिन 1 अप्रैल से 30 जून तक मध्यान भोजन का समय सुबह 9:30 बजे से 10:00 पूर्वाहन तक निर्धारित किया गया है जबकि 1 जुलाई से 31 मार्च तक अपराहन 1:00 बजे से अपराहन 1:30 बजे तक निर्धारित किया गया है इस दिन स्कूल के बच्चों को खाना में दाल चावल हरी सब्जी एवं अंडा फल देने की व्यवस्था जारी की गई है।
मंगलवार
उपरोक्त महीनों के लिए निर्धारित समय के अनुसार इस दिन स्कूल में उपस्थित बच्चों को चावल छोला या चना की सब्जी एवं सलाद परोसा जाएगा ।
बुधवार को हरी सब्जी सोयाबीन बड़ी युक्त भेज पुलाव तथा दाल दिया जाएगा गुरुवार को चावल दाल चौका एवं हरी सब्जी युक्त भुजिया दिया जाएगा । शुक्रवार को चावल दाल हरी सब्जी एवं एक उबला हुआ अंडा शाकाहारी बच्चों के लिए मौसमी फल भोजन में परोसा जाएगा शनिवार के दिन खिचड़ी जिसमें हरी सब्जी पालक युक्त तथा चोखा अचार एवं पापड़ दिया जाएगा इस संबंध में सरकार के द्वारा जारी किए गए निवेश पूर्व के संकल्प का पालन शक्ति से करने का निर्देश दिया गया है वही सरकार के सचिव द्वारा बच्चों के बीच अंडा अनिवार्य रूप से परोसने पर बल दिया गया है
अब आगे देखना दिलचस्प होगा कि सरकार द्वारा निर्धारित दिशा लाइन के तहत किस प्रकार लाभ बच्चों के बीच पहुंचता है आपको बताते चलें कि झारखंड के हजारों विद्यालयों में दोपहर में लाखों के संख्या में बच्चे भोजन का आनंद उठाते हैं और अपने पढ़ाई पूरा करते हैं सब मिलाकर अगर बात मध्यान भोजन योजना की किया जाए तो यह योजना झारखंड जैसे पिछड़े राज्यों के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है कोई ऐसे स्कूली बच्चे होते हैं जिनके भोजन का मुख्य आधार मध्यान भोजन होता है जैसे ही किसी कारण से मध्यान भोजन बाधित होता है या बंद होता है विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है इस नजरिए से भी अगर हम देखें तो मध्यान भोजन योजना राज्य के बच्चों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना है और इस पर लगातार झारखंड सरकार समिति शिक्षा विभाग और राज्य मध्यान भोजन प्राधिकरण काम कर रहा है आगे और इसमें सुधार होने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसा होगा एमडीएम मेन्यू
सोमवार – चावल, दाल, हरी सब्जी और अंडा कढ़ी/मौसमी फल
मंगलवार – चावल, छोला या चना सब्जी एवं सलाद
बुधवार – हरी सब्जी एवं सोयाबीन बड़ी युक्त भेज पुलाव तथा दाल
गुरुवार – चावल, दाल, चोखा, हरी सब्जी के साथ भुजिया
शुक्रवार – चावल, दाल, हरी सब्जी, एक उबला अंडा/मौसमी फल
शनिवार – खिचड़ी (हरी सब्जी, पालक के साथ, चोखा, अचार और पापड़)